खोटे संत ✍️
खोटे संत
सांगे तो संत मी! करतो कीर्तन!
दाखवे वर्तन! भक्तिमय!!
वर गोड बोलें! दुसरं ते चाले!
लबाडचं कोल्हे! माणसात!!
लोका सांगे ज्ञान! स्वता तो पाषाण!
करतं ते घाण! जनतेत!!
स्त्री वर्ज तो सांगे! लोकांना फसवे !
आश्रमात ठेवे !बालिकाच!!
दाखवे तो काही! करे तो दुसरच!
दृष्ट ती नजरचं! लबाडाची!!
पैसा ओढी खुप! पालटे स्वरूप!
संम्पती ती खुप! जमवून!!
गडे दोरे सांगे! मूर्ती दुध पाजे!
तबलाच वाजे!स्त्री वर्गात!!
सारे ती उधोग! भोगुन ते भोग!
बरा करी रोग! आश्रमात!!
असे कसे संत! वाटतात जंत!
प्रदीपला खंत! या लोकांची!!
प्रदीप मनोहर पाटील
गणपूर ता. चोपडा
जिल्हा. जळगाव
मो. 9922239055

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