तेरा दिवाना ✍️


!!तेरा दिवाना!!


तेरे प्यार मारा ये आशिक दिवाना 

आओ ना ये मोसम है बडा सुहाना 


ईन हसीन वादियों मे तुझे देखता रहु 

साथ बातो बातो मे चाहता रहु 


कभी होती थी गुप्तगु ईन बहारो मे 

याद है आज भी ओ लम्हा दिवाना तेरे प्यार मे 


'तेरी ओ अदा अब भी है हम फिदा 

कसम खाई थी साथ मे हम ना होंगे जुदा 


सासौ मे आज भी 'तेरी खुशबू भरी है 

मुझे अब भी लगता तु मेरी हि है


तु भी भुली नहीं होंगी ओ लम्हे

याद आते होगे हम तो आओ ना बैठे है वही तेरे चाह मे


फिर से ताजगी भरते है जिंदगी मे 

जाने कब बुलावा आये जी लेते साथ मे ©️®️


प्रदीप पाटील 

गणपूर ता. चोपडा 

जिल्हा. जळगाव.

मो. 9922239055


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