सौर माला ✍️
सौर माला
अंनत आहेत! आपण पाहतो!
येथेच राहतो! पृथ्वी वर!!1
ग्रह तारे सारे! येथे वाहे वारे!
जीवन निराळे! जीव सृष्टी!!2
एक सौर माला! घातलं जीवाला!
सु पंचतत्वाला! देह आला!!3
सुष्म अस्तित्वात! जीव आपलाच!
देह लाभलाच! मानवाचा!!4
सौर सागरात! सावलीस रात!
ग्रह फिरतात! गोल गोल!!5
चुंबकीय तत्व! आकर्षण सत्व!
ग्रहा पंचतत्व! भरलेत!!6
जीव निर्मि कार! ग्रह ऊर्जा सार!
उचलता भार! फिरवण्या!!7
पितृत्व भरलं! प्रत्येक ग्रहात!
मातृत्व हयात! पृथ्वी ग्रही!!8
आगळी वेगळी! जीवन भरली!
सौर त्या शैलीत! मालेच्याच!!9
प्रदीप सांगतो!प्रेत्येक मालेत!
जीव निर्मिलेत! देह धारी!!10
प्रदीप मनोहर पाटील
गणपूर ता. चोपडा
जिल्हा. जळगाव
मो. 9922239055
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