सागर ✍️
सागर
अथांग सागर! जलाचं आगर!
जीवांचा जागर! अहोरात्र!!
जल चर जीव! भ्रमण करता!
गोलात फिरता! सागरात!!
सागराचा तळ! वाटतो निर्मळ!
जगते लव्हाळ! समुद्रात!!
अंनत सजीव! कार्यात भरीव!
जगतात जीव! खाऊनच!!
निर्मिती प्रवाळ! झाली जीव वाढ!
पडलीत माळ! उत्पतीत!!
निर्मिलीय सृष्टी!वाटे सागराने!
भरलं जलाने! जलाशय!!
प्रदीप सांगतो! सागराची कथा!
जीवनात व्यथा! सर्वांच्याच!!
प्रदीप पाटील
गणपूर (जळगाव)
मो. 9922239055
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