आनंद ✍️

 आनंद 


पैसे खर्च करी!भोग वस्तु घेई!

मनाला हो करी! आनंदात!!


सुखा साठी असे! सारी धडपड!

करी वळवळ! नियमित!!


क्षणिक मिळवी! आयुष्य घडवी!

दुःखाला पळवी!आयुष्यात!!


बाह्य सुख भोगी! वाटतं निरोगी!

असे सहयोगी! मजेतच!!


अल्प काळ टिके! इच्छा अपूर्णच!

दिसे वरूनच!! आयुष्यात!!


अंतरंगी असे! ईश्वरात दिसें!

स्वतःला भासे! समाधान!!


प्रदीप जीवाला! सांगतो नेहमी!

जगण्याची हमी! शरीरात!!


प्रदीप मनोहर पाटील 

गणपूर जिल्हा. जळगाव 

मो. 9922239055

Comments

Popular posts from this blog

कथा क्र 02

रक्षाबंधन

आई - मायेचा सागर

विज्ञान एक वरदान ✍️

🚩 दिवाळी ✍️

कर्तृत्ववान नारी (माँ जिजाऊ) ( क्र 1)✍️

कथा क्र 01

चिऊताई चिऊताई.

आई

चला जाऊया खेड्याकडे